

varnmala-in-hindi
सामान्य हिंदी व्याकरण
वर्णमाला
वर्णमाला (Varnmala in Hindi)
भाषा उच्चारण अवयवो से उच्चरित धवनि-संकेतो की व्यवस्था है। ये धवनि संकेत सार्थक होते है एक निश्चित क्रम में होते है और समाज में एक निश्चित अर्थ लिए होते हैं। इन धवनि संकेतों को वर्ण कहते है। कालांतर में इनके लिखित रूप को भी वर्ण कहा गया है।
वर्णः उस मूल धवनि को कहते हैं जिसका विखण्डन नहीं किया जा सकता।
आचार्य किशोरीदास वाजपेयी के अनुसार
“वर्ण वह छोटी से छोटी धवनि है जो कान का विषय है और जिसके टुकड़े नहीं किए जा सकते।”
वर्णमालाः वर्णो के व्यवस्थित समूह को वर्णमाला कहते हैं।
हिन्दी वर्णमाला
(I) स्वरः अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, _, ए, ऐ, ओ, औ
(II) अनुस्वारः अं
(III) विसर्गः अः
(IV) व्यंजनः
क, ख, ग, घ, ड – कठंय
च, छ, ज, झ, ´ – तालव्य
ट, ठ, ड, ढ, ण – मूर्धान्य
त, थ, द, धा, न – दंत्य
प, फ़, ब, भ, म – ओष्ठ्य
य, र, ल, व – अन्तस्थ
श, ष, स, ह – ऊष्म
क्ष, त्र, ज्ञ, श्र – संयुक्त व्यंजन
ड़, ढ़ – द्विगुण व्यंजन
विदेशों से आगत/गृहीत धवनियाँ
अरबी-फ़ारसीः अ़ क़ ख़ ग़ ज़ फ़ (तल बिन्दु या नुक्ता वाले वर्ण)
अग्रेंजीः ऑ (अर्द्धचन्द्र बिन्दु वाले वर्ण)
स्मरणी तथ्यः
- कुल वर्णो की संख्या = 52
- वर्णो की गणना दो आधाार पर की जाती है उच्चारण व लेखन । उच्चारण के आधाार पर की गई वर्ण गणना का ज्यादा उपयुक्त माना जाता है।
- उच्चारण के आधाार पर हिन्दी में वर्णो की कुल संख्या 47 ख्10 स्वर ़ 37 व्यंजन क्ष्35 हिन्दी के मूल व्यंजन तथा 2 आगत व्यंजन (ज़, फ़)द्व, क्ष = ज्ञ श्र एकल व्यंजन नहीं है( ये संयुक्त व्यंजन है।
- लेखन के आधाार पर हिन्दी में वर्णो की कुल संख्या 55 है इसमें उन सभी पूर्ण वर्णो को शमिल किया जाता है जो लेखन या मुद्रण में प्रयोग में आते हैं।
स्वरः स्वतंत्र रूप से बोले जाने वाले वर्ण ‘स्वर’ कहलाते है।
अथवा
स्वर उन वर्णो को कहते है जिनका उच्चारण करने में भीतर से आने वाली वायु मुख विवर से बिना अवरोधा या विघ्न- बाधाा के बाहर निकल जाती है। परंपरागत रूप से इनकी संख्या 13 मानी गई है। उच्चारण की दृष्टि से इनमें केवल 10 ही स्वर हैं- अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ। स्वरों को तीन वर्गो में विभक्त किया गया हैः
(I) हृस्व स्वरः अ, इ, उ (इनके उच्चारण में कम समय लगता है)
(II) दीर्घ स्वरः आ, ई, ऊ (इनके उच्चारण में हृस्व से अधिक समय लगता है)
(III) संयुक्त स्वरः ए, ऐ, ओ, औ
स्वरों का वर्गीकरणः
1.मात्र/उच्चारण-काल के आधाार परः
हृस्व स्वर- जिनके उच्चारण में कम समय लगता है (अ, इ, उ)
दीर्घ स्वर- जिनके उच्चारण में हृस्व से अधिाक समय लगता है (आ ई ऊ ए ऐ ओ औ ऑ)
प्लुत स्वरः जिनके उच्चारण में दीर्घ स्वर से भी अधिाक समय लगता है( किसी को पुकारने में या नाटक के संवादों में इसका प्रयोग किया जाता है (रा ऽऽऽ म)।
2.जीभ के प्रयोग के आधाार परः
(I) जीभी के भाग के आधाार पर
अग्र स्वरः जिन स्वरों के उच्चारण में जीभ का अग्र भाग काम करता है (इ, ई, ए, ऐ)।
मधय स्वरः जिन स्वरों के उच्चारण में जीभ का मधय भाग काम करता है (अ)।
पश्च स्वरः जिन स्वरों के उच्चारण में जीभ का पश्च भाग काम करता है (आ, इ, ऊ, ओ, औ, ऑ)
(II) जीभ के उठने के आधाार परः
संवृतः इ, ई, उ, ऊ (जब जीभ बहुत ऊपर उठ जाती है तो उसे संवृत कहते है)
अर्द्ध संवृतः ऐ, ओ (जब जीभ थोड़ा ऊपर उठती है तो उसे अर्द्ध संवृत कहते है)
अर्द्ध विवृतः ऐ, औ, अ (जब जीभ थोड़ा नीचे हो जाती है तो उसे अर्द्ध विवृत कहते है)
विवृतः आ (जब जीभ बहुत नीचे हो जाती है तो उसे विवृत कहते है)
3.ओंठो की स्थिति के आधाार पर
अवृतमुखीः जिन स्वरों के उच्चारण में ओंठ वृतमुखी या गोलाकार नहीं होते हैं (अ, आ, इ, ई, ए, ऐ)।
वृतमुखीः जिन स्वरों के उच्चारण में ओंठ वृतमुखी या गोलाकार होते हैं (उ, ऊ, ओ, औ, ऑ)।
4.हवा के नाक व मुँह से निकलने के आधाार पर
निरनुनासिक/मौखिक स्वरः जिन स्वरों के उच्चारण में हवा केवल मुँह से निकलती है (अ, आ, ई आदि)
अनुनासिक स्वरः जिन स्वरों के उच्चारण में हवा नाक से भी निकलती है (अँ, आँ, इँ आदि)
व्यंजन वर्ण
व्यंजनः स्वरों की सहायता से बोले जानेवाले वर्ण ‘व्यंजन’ कहलाते हैं। परंपरागत रूप से व्यंजनों की संख्या 33 मानी जाती है। द्विगुण व्यंजन ड़, ढ़ को जोड़ देने पर इनकी संख्या 35 हो जाती है।
व्यंजनों का वर्गीकरण
स्पर्श व्यंजनः
जिन व्यंजनों का उच्चारण करते समय हवा फ़फ़ेड़ों से निकलते हुए मुँह के विभिन्न भागों – कंठ, तालु, मुर्धाा, दाँत व होंठ का स्पर्श करते हुए निकले। इन्हें वर्गीय व्यंजन भी कहते है। इनकी संख्या 25 है। इन्हें पाँच वर्गो में विभक्त किया गया है।
(I) क वर्ग – क, ख, ग, घ, ड- (कंठ से)
(II) च वर्ग – च, छ, ज, झ, ´ (तालु से)
(III) ट वर्ग – ट, ठ, ड, ढ, ण (मुख से)
(IV) त वर्ग – त, थ, द, धा, न (दन्त से)
(V) प वर्ग – प, फ़, ब, भ, म (ओष्ठ से)
नोटः
- च वर्ग स्पर्श व्यंजन वर्ग के र्स्पश-संघर्षी उपवर्ग में आते है।
- घोषत्व कें आधाार परः घोष का अर्थ है स्वरतंत्रियों में धवनि का कम्पन।
अघोषः जिन धवनियों के उच्चारण में स्वरतंत्रियों में कंपन न हो (प्रत्येक वर्ग का पहला और दूसरा व्यंजन)
सघोष/घोषः जिन धवनियों के उच्चारण में स्वरतंत्रियों में कंपन हो (प्रत्येक वर्ग का तीसरा, चौथा और पाँचवाँ व्यंजन)
प्राणत्व के आधाार परः यहाँ प्राण का अर्थ हवा से है।
अल्पप्राणः जिन व्यंजनों के उच्चारण में कम हवा निकले (प्रत्येक वर्ग का पहला, तीसरा और पांचवाँ व्यंजन)।
महाप्राणः जिन व्यंजनों के उच्चारण में अधिाक हवा निकले (प्रत्येक वर्ग का दूसरा और चौथा व्यंजन)।
अन्तः स्थ व्यंजनः
जिन वर्णो का उच्चारण पारंपारिक वर्णमाला के बीच अर्थात्स्वरों व व्यंजनों के बीच स्थित हो।
वर्ग उच्चारण-स्थान
य तालव्य तालु
र वत्स्य दंतमूल/मसूढ़ा।
ल वत्र्स्य दंतमूल/मसूढ़ा
व दंतोष्ठ्य ऊपर के दाँत + निचला ओंठ
नोटः
- य, व – अ)र्स्वर (धवनि जो कभी स्वर हो कभी व्यंजन)
- र – लुठिंत (जिसके उच्चारण में जीभ तालु से लुढ़ककर स्पर्श करें)
- ल – पार्श्विक (जिसके उच्चारण में हवा जीभ के पार्श्व बगल से निकल जाये)
ऊष्म/संघर्षीः
जिन व्यंजनों का उच्चारण करते समय वायु मुख में घर्षण/रगड़ खाकर निकले और ऊष्म/गर्मी पैदा करें।
वर्ग उच्चारण स्थान
श तालव्य तालु
ष मूर्धान्य मूर्धाा अघोष, महाप्राण
स वत्र्स्य दंतमूल/मसूढ़ा
ह स्वर यंत्रिय स्वरयं= (कंठ के भीतर स्थित)-सघोष, महाप्र्राण
उत्क्षिप्त: जिन शब्दों के उच्चारण में जीभ ऊपर उठकर झटके के साथ नीचे आये वह उत्क्षिप्त वर्ण कहलाते हैं । जैसे (ड़, ढ)
ड़- सघोष, अल्पप्राण
ढ़- सघोष, महाप्राण
अयोगवाह: हिन्दी वर्णमाला में अनुस्वार ( ं ) और विसर्ग (: ) को क्रमशः ‘अ’ के साथ ‘अं’ और ‘अः’ लिखा जाता है, यह स्वर धवनियाँ नहीं है इसलिए इन्हे अयोगवाह कहते है ।
गृहित व्यंजन: क़, ख़,ग़,ज़,फ़, आदि गृहित व्यंजन है । यह अरबी-फ़ारसी तथा अंग्रेजी के प्रभाव से हिन्दी में आये है इनमें ‘क़’ स्पर्श धवनि है और ख़,ग़,ज़,फ़, संघर्षी धवनियाँ हैं।
अन्तःस्थ: जिन धवनियों के उच्चारण श्वास का अवरोधा बहुत ही कम हो उन्हें अन्तःस्थ व्यंजन कहते है । वर्णमाला के य, र, ल, व चार वर्ण अन्तःस्थ वर्णों में आते हैं ।
(Varnmala in Hindi Language) वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- निम्नलिखित व्यंजनों में से कौन-सा व्यंजन ‘ऊष्म व्यंजन’ है?
- (a) ग (b) य (c) क (d) श
- निम्नलिखित हिन्दी-स्वरों में से कौन-सा दीर्घ स्वर है?
- (a) उ (b) अ (c) आ (d) इ
- मात्र के आधाार पर हिन्दी स्वरों के दो भेद है । ये हैं-
- (a) हृस्व और दीर्घ (b) हृस्व और उष्म
- (c) अग्र और पश्च (d) अग्र और संघर्षी
- हिन्दी वर्णमाला में वर्णों के कितने प्रकार होेते हैं, ?
- (a) पाँच (b) सात (c) आठ (d) दो
- ‘प’ वर्ग (प, फ़, ब, भ, म) का उच्चारण स्थान कहाँ है?
- (a) तालव्य (b) ओष्ठ
- (c) नासिक्य (d) उपर्युक्त सभी
- अ, इ, उ को क्या कहा जाता है?
- (a) हृस्व स्वर वर्ण (b) प्लुत स्वर वर्ण
- (c) दीर्घ स्वर वर्ण (d) इनमें से कोई नहीं
- क्या ‘ऑ’ स्वर धवनि आ और ओ के बीच की धवनि है?
- (a) हाँ (b) संभव नहीं
- (c) नहीं (d) इनमें से कोई नहीं
- निम्न में से कंठय धवनियाँ कौन-सी हैं?
- (a) च, छ (b) ट, ठ (c) क, ख (d) ब, भ
- स्थान के आधाार पर बताइए कि मूर्धान्य व्यंजन कौन-से हैं?
- (a) ड, ढ (b) क, ख (c) छ, ज (d) ब, भ
- निम्न में से ‘अल्पप्राण’ वर्ण कौन-से हैं?
- (a) त, थ (b) क, ग (c) प, फ़ (d) अ, आ
- निम्न में से ‘नासिक्य’ व्यंजन कौन-सा है?
- (a) क (b) च (c) प (d) ´
- ‘ए’ और ‘ऐ’ वर्ण क्या कहलाते हैं?
- (a) कंठ तालव्य (b) दन्तव्य
- (c) मूर्धान्य (d) कठंय
- हिन्दी वर्णमाला में अयोगवाह वर्ण कौन-से हैं?
- (a) इ, ई (b) ओ, औं
- (c) अं, अः (d) उ, ऊ
- श, ष, स, ह कौन-से व्यंजन कहलाते हैं?
- (a) स्पर्श-संघर्षी (b) स्पर्शी
- (c) प्रकंपी (d) संघर्षी
- निम्नांकित में से बताइये कि नवीन विकसित धवनियाँ कौन-सी हैं?
- (a) अ, आ (b) ख़, ग़
- (c) श, ष (d) ऊं, ऐं
- निम्न में से कौन-सा घोष वर्ण हैं?
- (a) म (b) धा (c) त (d) भ
- कौनसा अमानक वर्ण है?
- (a) क (b) ल
- (c) प (d) इनमें से कोई नहीं
- धवनियाँ किसकी हैं?
- (a) अरबी-फ़ारसी (b) संयुक्त वर्ण
- (c) संस्कृत (d) अंग्रेजी की
- ‘क्ष’ धवनि किसके अन्तर्गत आती है?
- (a) दन्तव्य (b) संयुक्त वर्ण
- (c) मूर्धान्य (d) मूल स्वर
- हिन्दी में मूलतः वर्णोर्ं की संख्या कितनी हैं?
- (a) 41 (b) 48 (c) 52 (d) 55
- ‘ज्ञ’ वर्ण किन वर्णों के संयोग से बना है?
- (a) ज + च (b) ज + धा
- (c) ज्+ ध (d) ज + ध
- अघोष वर्ण कौन-सा है?
- (a) च (b) धा (c) ड (d) स
- ‘घ’ का उच्चारण स्थान कौन-सा है?
- (a) कंठ (b) मूर्ध्दा (c) तालव्य (d) दंत
- इनमें संयुक्त व्यंजन कौन-सा है?
- (a) ज्ञ (b) ण (c) ध (d) ढ़
- निम्नलिखित में से कौन-सा वर्ण उच्चारण की दृष्टि से दंत्य नहीं है?
- (a) थ (b) ट (c) फ़ (d) न
- जिन शब्दों के अंत में ‘अ’ आता है, उन्हें क्या कहते हैं?
- (a) अंतःस्थ (b) अकारांत
- (c) अयोगवाह (d) अनुस्वार
- ‘क्ष’ वर्ण किसके योग से बना है?
- (a) क्+छ (b) क्+ श
- (c) क्+ च (d) क्+ ष
- हिन्दी वर्णमाला में स्वरों की संख्या कितनी है?
- (a) 13 (b) 15 (c) 14 (d) 17
- निम्नलिखित में कौन स्वर नहीं है?
- (a) इ (b) ध (c) अ (d) ए
- निम्नलिखित में कौन ट वर्ग नहीं है?
- (a) ठ (b) ड (c) घ (d) ण
- हिन्दी वर्णमाला में व्यंजनों की संख्या है-
- (a) 30 (b) 35 (c) 34 (d) 33
- निम्नलिखित में से कौन-सा पश्च-स्वर है?
- (a) आ (b) ड (c) इ (d) ओ
- निम्नलिखित में से कौन अयोगवाह है?
- (a) संयुक्त व्यंजन (b) विसर्ग
- (c) अल्पप्राण (d) महाप्राण
- भाषा की सबसे छोटी इकाई है?
- (a) वर्ण (b) व्यंजन
- (c) स्वर (d) शब्द
- वर्णमाला कहते हैं-
- (a) शब्द समूह को (b) वर्णों के व्यवस्थित समूह को
- (c) वर्णों के संकलन को (d) शब्द गणना को
- निम्न में से किनका उच्चारण तालु से होता है ?
- (a) टवर्ग (b) इ,श, चवर्ग
- (c) पवर्ग (d) स, श, ष, ह
- हिन्दी किस वर्ण का उच्चारण स्थान है ?
- (a) अ, आ, ज (b) प, फ़, भ
- (c) उ, ऊ, ल (d) क्ष, =, ज्ञ
- सवर्ण दीर्घ स्वर कौनसे हैं?
- (a) ए, ऐ, ओ, औ (b) अं, अः
- (c) आ, ई, ऊ (d) अ, इ, उ, _
- निम्न में से कौनसे वर्ण घोष व्यंजन में होते हैं?
- (a) वर्ग के पंचम (b) वर्ग के प्रथम
- (c) य, र, ल, व (d) वर्ग के तृतीय, चतुर्थ, पंचम
- निम्न में से हृस्व स्वर नहीं है।
- (a) उ (b) _ (c) ई (d) इ
- हिन्दी शब्दकोश में ‘ज्ञ’ किस वर्ण के बाद आता है।
- (a) ज (b) = (c) क्ष (d) ग
- इनमें संयुक्त व्यंजन कौनसा है ?
- (a) ज्ञ (b) ड़ (c) ढ़ (d) ड़
- ‘त’ वर्ग का उच्चारण मुँह के किस भाग से होता है ?
- (a) मूर्धाा (b) तालु
- (c) कण्ठ (d) दन्त
- ‘च’ वर्ग का उच्चारण मुँह के किस भाग से होता हैं?
- (a) मूर्धाा (b) ओष्ठ
- (c) तालु (d) कण्ठ
- अनुनासिक व्यंजन कौनसे होते हैं?
- (a) वर्ग के तृतीय (b) वर्ग के पंचम
- (c) वर्ग के प्रथम (d) वर्ग के चतुर्थ
- अघोष व्यंजन कौनसे होते हें ?
- (a) द्वितीय वर्ण (b) वर्ग के तृतीय वर्ण
- (c) चतुर्थ वर्ण (d) वर्ग के प्रथम व द्वितीय
- वर्ग के द्वितीय व चतुर्थ व्यंजन क्या कहलाते हैं ?
- (a) अल्पप्राण (b) महाप्राण
- (c) उष्म (d) अन्तःस्थ
- वर्ग के प्रथम, तृतीय व पंचम वर्ण क्या कहलाते हैं ?
- (a) अल्पप्राण (b) महाप्राण
- (c) अन्तःस्थ (d) ऊष्म
- स्वरों के सिरे पर लगने वाले बिन्दु को क्या कहते हैं?
- (a) चन्द्र बिन्दु (b) अनुस्वार
- (c) अ)र्चन्द्र बिन्दु (d) अनुनासिक
- हिन्दी भाषा में वे धवनियाँ कौनसी हैं जो दूसरी धवनियों की सहायता से बोली या लिखी जाती हैं?
- (a) स्वर (b) वर्ग
- (c) व्यंजन (d) अक्षर
- ‘ए’, ‘ऐ’ वर्ण क्या कहलाते हैं ?
- (a) मू)र्न्य (b) नासिक्य
- (c) ओष्ठ्य (d) कंठ-तालव्य
- व्यंजन ‘ष’ का उच्चारण स्थान है ?
- (a) दन्त (b) तालू
- (c) कण्ठ (d) मूर्धाा
- भारतवर्ष में हिन्दी को आप किस वर्ग में रखेंगे।
- (a) राजभाषा (b) तकनीकी भाषा
- (c) विभाषा (d) राष्ट्रभाषा
- हिन्दी भाषा किस लिपि में लिखी जाती है ?
- (a) ब्राह्नी (b) देवनागरी
- (c) गुरुमुखी (d) खरोष्ट्री
- सर्वप्रथम भाषा दूसरी भाषा से क्या लेती है ?
- (a) मौखिक (b) लिखित
- (c) साांकेतिक (d) इनमें से कोई नहीं
- एक भाषा दूसरी भाषा से क्या लेती है ?
- (a) अक्षर (b) धवनि
- (c) शब्दावली (d) इनमें से कोई नहीं
- भाषा के शुद्ध रूप का ज्ञान किससे होता है ?
- (a) व्याकरण (b) लिपि
- (c) लिखित भाषा (d) इनमें से कोई नहीं
- भावों और विचारों को प्रकट करने वाले मानव-मुख से निकले धवनि-संकेतों को क्या कहते हैं?
- (a) भाषा (b) व्यंजन
- (c) वर्ण (d) लिपि
उत्तरमाला
1.(d) 2.(c) 3.(a) 4.(d) 5.(b) 6.(a) 7.(c) 8.(c) 9.(a) 10.(b) 11.(d) 12.(a) 13.(c) 14.(d)
15.(b) 16.(a) 17.(d) 18.(a) 19.(b) 20.(c) 21.(c) 22.(d) 23.(a) 24.(a) 25.(b) 26.(d) 27.(d)
28.(a) 29.(b) 30.(c) 31.(d) 32.(a) 33.(b) 34.(a) 35.(b) 36.(b) 37.(d) 38.(c) 39.(c) 40.(c)
41.(a) 42.(a) 43.(d) 44.(c) 45.(b) 46.(d) 47.(b) 48.(a) 49.(b) 50.(c) 51.(d) 52.(d) 53.(d)
54.(b) 55.(c) 56.(c) 57.(a) 58.(a)
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